नए साल की सबसे बड़ी राजनीतिक लीक; शिंदे गुट के 7 सांसद, कांग्रेस के 9 नेता और मुख्यमंत्री
1 min readमहागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है. ऐसे में शिंदे गुट के कुछ सांसद बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ सकते हैं. दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ नेता मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं.
महाराष्ट्र राजनीति: राज्य की राजनीति आने वाले समय में बड़ी नाटकीय घटनाओं का गवाह बनेगी। उद्योग मंत्री उदय समत और कांग्रेस विधायक सतेज पाटिल ने नए साल की सबसे बड़ी राजनीतिक लीक कर दी है. शिंदे गुट के सांसद बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे. ऐसे में दावा किया गया है कि कांग्रेस के नौ नेता मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं.
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक सतेज पाटिल ने दावा किया है कि शिंदे गुट के सात सांसद बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं. उनका कहना है कि इन सांसदों ने भी ऐसे पत्र दिये थे. उद्योग मंत्री उदय सामत ने दावा किया है कि कांग्रेस के 9 लोग मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं और वे तीर-धनुष लेकर लड़ने को तैयार हैं.
दल-बदल को लेकर बीजेपी और ठाकरे गुट के बीच अच्छी जुगलबंदी देखने को मिली
दल बदलने के बाद बीजेपी और ठाकरे ग्रुप में अच्छी जुगलबंदी हो गई है. राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने दावा किया है कि कांग्रेस में कई लोग बीजेपी के संपर्क में हैं. विखे पाटिल ने कहा है कि कांग्रेस से कई लोग बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं. उस पर संजय राउत ने राधाकृष्ण विखे पटल की आलोचना की है. राउत ने उनसे यह सोचने का आग्रह किया कि कल जब भाजपा सत्ता में नहीं होगी तो वे कहां होंगे।
स्वाभिमानी शेतकारी एसोसिएशन आगामी लोकसभा चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ेगा
पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने घोषणा की है कि स्वाभिमानी शेतकारी संघ आगामी लोकसभा चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ेगा। उन्होंने कहा है कि उनका मविआ से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने यह भी बताया कि वह किसानों के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे से चर्चा करने आए थे. ठाकरे ग्रुप के सांसद संजय राउत ने जवाब दिया है कि राजू शेट्टी की भूमिका का सम्मान किया जाना चाहिए.
रूपाली चाकणकर को कम से कम नगरसेविका बनकर दिखाना चाहिए… शरद पवार गुट की चुनौती
शरद पवार गुट ने सीधी चुनौती दी है कि रूपाली चाकणकर कम से कम नगरसेविका बनकर दिखाएं. यह चुनौती शरद पवार गुट की महिला प्रदेश अध्यक्ष रोहिणी खडसे ने दी है. सुप्रिया सुले पिछले 15 सालों से अजित दादा की वजह से ही चुनी जाती रही हैं. रूपाली चाकणकर ने कल बयान दिया था कि अजितदादा अब उनके साथ नहीं हैं, इसलिए उन्हें बारामती में डेरा डालना होगा. इसीलिए अब रोहिणी खडसे ने चाकणकर पर निशाना साधा है.
Recent Comments