Mental Health: क्या स्ट्रेस-डिप्रेशन में दूध पीने से मिलता है लाभ? जानिए आहार में और किस तरह के बदलाव जरूरी।
1 min readमानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं के मामले वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ते हुए रिपोर्ट किए जा रहे हैं, कम उम्र के लोगों में इस तरह की समस्याओं के जोखिमों को लेकर विशेषज्ञ चिंता वयक्त करते हैं। स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी समस्याएं सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य को ही प्रभावित नहीं करती हैं, अगर इसपर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो यह हृदय रोगों जैसी गंभीर समस्याओं का भी कारक हो सकती हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को मानसिक और शारीरिक दोनों स्वास्थ्य पर ध्यान देते रहने की सलाह देते हैं।
डॉक्टर कहते हैं, आहार और लाइफस्टाइल में गड़बड़ी के कारण मानसिक स्वास्थ्य विकारों के मामले बढ़े हैं, ऐसे में सभी लोगों को इन दोनों पर ध्यान देते रहना चाहिए। कुछ रिपोर्ट्स में पता चलता है कि स्ट्रेस-एंग्जाइटी जैसी समस्याओं से बचे रहने के लिए रोजाना दूध पीना फायदेमंद हो सकता है। क्या वास्तव में दूध पीना आपके लिए लाभकारी है? आइए इस बारे में जानते हैं।
दूध पीना मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी?
अध्ययनों में पाया गया है कि शरीर में विटामिन-डी की कमी, डिप्रेशन के जोखिमों को बढ़ाने वाली हो सकती है। इस विटामिन का सप्लीमेंट लेने से लक्षणों में सुधार होने के भी सबूत मिलते हैं। दूध में विटामिन-डी की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है, यही कारण है कि इसे मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए भी फायदेमंद पाया गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, दूध सीधे तौर पर स्ट्रेस-डिप्रेशन को कम नहीं करती है पर उन पोषक तत्वों में सुधार जरूर करती है जिसके कारण इसका जोखिम हो सकता है।
आइए जानते हैं कि और किन चीजों से मानसिक स्वास्थ्य में लाभ पाया जा सकता है?
गाजर खाना भी फायदेमंद
गाजर बीटा-कैरोटीन से भरपूर हैं, इसे आंखों को स्वस्थ रखने के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता रहा है। अध्ययनों में इस पोषक तत्व को अवसाद की समस्या वाले रोगियों के लिए भी लाभकारी बताया गया है, यही कारण है कि आहार में गाजर को शामिल करना, मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने में आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। शोध में पाया गया है कि यदि आपमें बीटा-कैरोटीन की कमी है तो ये डिप्रेशन होने के खतरे को बढ़ाने का कारण बन सकती है।
कैफीन से दूर होता है स्ट्रेस?
कैफीन हमारे शरीर के लिए लाभकारी है या नुकसानदायक इसको लेकर लंबे समय से चर्चा होती रही है, हालांकि कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि यदि आप कम मात्रा में रोजाना इसका सेवन करते हैं तो यह कई प्रकार से हमारे लिए लाभकारी हो सकती है। कैफीन आपको थोड़े ही समय में उत्साहवर्धक महसूस करा सकती है।
कुछ शोध बताते हैं कि कैफीन की संयमित मात्रा आपके लक्षणों में सुधार कर सकती है हालांकि इसकी पुष्टि के लिए और अधिक शोध की जरूरत है।
खाइए हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, इनमें फोलेट सहित वे आवश्यक तत्व भी पाए जाते हैं जिनको अवसाद की समस्या से बचाव में लाभ मिल सकता है। एल-मिथाइलफोलेट फोलेट या विटामिन बी9 कुछ लोगों में अवसाद के लक्षणों को सुधारने में मदद कर सकता है। हालांकि, इसकी प्रभावशीलता की पुष्टि के लिए अधिक शोध आवश्यक है। हरी सब्जियों-साग से इस पोषक तत्व की आसानी से पूर्ति की जा सकती है।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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